जैनेन्द्रजी का साहित्यिक परिचय दीजिए।
Sem 3 Hindi (Compulsory
जैनेन्द्र कुमार का साहित्यिक परिचय-
इनकी पहली कहानी ‘खेल’ सन् 1928 ई. में ‘विशाल – भारत में छपी थी। इनकी रचनाओं में दार्शनिक ” रूप स्पष्टतः परिलक्षित होता है । इनकी रचनाओं में पात्रों का अन्तःमन और बाह्य रूप दिखाई देता है । इनके साहित्य में हमें मानव जीवन के वर्तमान समय के प्रश्नों के साथ- साथ उसकी शाश्वत समस्याओं का समाधान भी मिलता है । इनके प्रथम उपन्यास ‘परख ‘ पर साहित्य अकादमी का पुरस्कार प्रदान किया गया था | इन्होंने अपनी रचनाओं में कला, दर्शन, मनोविज्ञान, समाज, राष्ट्र, मानवता आदि विषयों पर लेखनी चलाई है । हिन्दी के इस महान साधक का देहावसान 24 दिसम्बर 1988 ई. को हुआ ।
जैनेन्द्र कुमार की प्रमुख कृतियां
उपन्यास-
सुनीता,
• त्यागपत्र,
• परख
• विचलन,
खुश,
कल्याणी,
, जयवर्धन,
व्यतीत,
मुक्तिबोध
कहानी संकलन –
फांसी,
जयसन्धि,
• वातायन,
नीलम देश की राजकन्या,
दो चिड़ियां,
पाजेब
• रात |
निबन्ध संग्रह –
पूर्वोदय,
गांधी नीति,
मंथन,
साहित्य का श्रेय और प्रेय,
सोच-विचार,
• काम – प्रेम और परिवार, प्रस्तुत प्रश्न,
• जड़ की बात |
e एक |
संस्मरण-
ये और वे ।
अनुवाद –
मन्दाकिनी (नाटक),
• पाप और प्रकाश (नाटक),
• प्रेम में भगवान (कहानियां ) ।