अपनी पढ़ाई के लिए फंडिंग चुनते समय एजुकेशन लोन (शिक्षा ऋण) आमतौर पर पर्सनल लोन से बेहतर विकल्प होता है। आइए दोनों के अंतर और कारण समझें:
एजुकेशन लोन (शिक्षा ऋण) के फायदे:
1. **कम ब्याज दर (Lower Interest):**
शिक्षा ऋण पर ब्याज दरें पर्सनल लोन (व्यक्तिगत ऋण) से काफी कम होती हैं (भारत में आमतौर पर 8-12% बनाम 10-24%)।
- रिपेमेंट में छूट (Moratorium Period):
कोर्स पूरा होने के बाद 6-12 महीने (या नौकरी मिलने तक) ईएमआई शुरू नहीं होती। पर्सनल लोन में तुरंत रिपेमेंट शुरू हो जाती है। लंबी चुकौती अवधि (Longer Tenure):
रिपेमेंट अवधि 10-15 साल तक हो सकती है, जिससे ईएमआई कम रहती है। पर्सनल लोन की अवधि आमतौर पर 5-7 साल ही होती है।टैक्स बेनिफिट (Section 80E):
शिक्षा ऋण के ब्याज पर आयकर की धारा 80E के तहत कटौती मिलती है। पर्सनल लोन में यह सुविधा नहीं है।कोलेटरल की छूट (Collateral-Free up to ₹7.5 Lakh):
7.5 लाख रुपये तक के एजुकेशन लोन के लिए गारंटी/सिक्योरिटी की जरूरत नहीं होती।फंड का उपयोग (Usage):
फीस, किताबें, हॉस्टल खर्च, यहां तक कि लैपटॉप जैसे खर्च भी कवर होते हैं।
⚠️ पर्सनल लोन कब लें?
- पर्सनल लोन लेने पर विचार करें यदि:
- आपका कोर्स छोटा है या खर्च कम है (जैसे सर्टिफिकेट कोर्स)।
- आप एजुकेशन लोन के लिए अप्लाई नहीं कर पा रहे (क्रेडिट स्कोर या डॉक्यूमेंट्स की कमी)
- फंड तुरंत चाहिए (एजुकेशन लोन में प्रोसेसिंग समय ज्यादा हो सकता है)।
तुलना सारणी:
पैरामीटर | एजुकेशन लोन | पर्सनल लोन |
---|---|---|
ब्याज दर | कम (8-12%) | ज्यादा (10-24%+) |
टैक्स बेनिफिट | ब्याज पर छूट (धारा 80E) | कोई छूट नहीं |
रिपेमेंट शुरुआत | कोर्स खत्म होने के बाद | तुरंत |
अवधि | 10-15 साल तक | अधिकतम 5-7 साल |
सिक्योरिटी | 7.5 लाख तक जरूरी नहीं | जरूरी नहीं, लेकिन दर प्रभावित होती है |
सलाह:
1. **पहला विकल्प एजुकेशन लोन ही चुनें** — ब्याज बचत, टैक्स लाभ और लचीले रिपेमेंट के कारण।
2. **सरकारी बैंकों से संपर्क करें** (SBI, बैंक ऑफ बड़ौदा आदि) — उनकी दरें प्राइवेट बैंकों से कम होती हैं।
3. **स्कॉलरशिप/ग्रांट्स तलाशें** — लोन से पहले मुफ्त फंडिंग के विकल्प जांचें।
4. **लोन की शर्तें ध्यान से पढ़ें** — प्रोसेसिंग फीस, प्रीपेमेंट चार्ज आदि चेक करें।
✅ **निष्कर्ष:**
पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन हमेशा ज्यादा किफायती और सुरक्षित विकल्प है। पर्सनल लोन तभी लें जब एजुकेशन लोन उपलब्ध न हो।
अपनी पढ़ाई के लिए ऋण लेने से पहले कम से कम 2-3 बैंकों की शर्तों की तुलना जरूर करें!