
कॉलेज जीवन सीखने और आत्मनिर्भर बनने का समय होता है। आजकल स्टूडेंट्स के बीच क्रेडिट कार्ड लेने का चलन बढ़ रहा है — लेकिन क्या यह कदम सही है? आइए जानते हैं इसके फायदे और नुकसान, और आखिर में इसका सही निर्णय।
✅ क्रेडिट कार्ड के संभावित फायदे
- क्रेडिट स्कोर की शुरुआत:
सही उपयोग करने पर क्रेडिट हिस्ट्री बनती है, जो भविष्य में लोन लेने में मददगार हो सकती है।
- इमरजेंसी में उपयोगी:
जरूरत के समय कार्ड सहारा बन सकता है।
- रिवॉर्ड्स और ऑफ़र्स:
ऑनलाइन शॉपिंग पर कुछ कैशबैक और EMI विकल्प उपलब्ध रहते हैं।
⚠️ लेकिन नुकसान ज़्यादा गंभीर हैं
- खर्च करने की गलत आदत:
“बिना पैसे के खरीदारी” की सोच से फिजूलखर्ची की आदत लग सकती है।
- ब्याज दरें बहुत ज़्यादा:
यदि समय पर बिल न चुकाया जाए, तो 30–40% सालाना ब्याज लग सकता है — जो स्टूडेंट के लिए बहुत भारी साबित हो सकता है।
- कर्ज का जाल:
एक बार चूक हो जाए, तो बिल चुकाना मुश्किल होता है। किश्तें बढ़ती जाती हैं और मानसिक तनाव भी।
- भविष्य की क्रेडिट हिस्ट्री खराब हो सकती है:
छोटी सी गलती आपके क्रेडिट स्कोर को बिगाड़ सकती है, जिससे आगे लोन या नौकरी में परेशानी हो सकती है।
स्टूडेंट्स के लिए स्पष्ट सुझाव
कॉलेज के दौरान इनकम फिक्स नहीं होती, लेकिन क्रेडिट कार्ड की ज़िम्मेदारी निश्चित होती है।
कम उम्र में वित्तीय गलतियाँ करने का जोखिम ज़्यादा होता है।
अभी सीखने का समय है, कर्ज लेने का नहीं।
निष्कर्ष
हालाँकि क्रेडिट कार्ड के कुछ फायदे हैं, लेकिन कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए यह अधिक जोखिम भरा और गैर-ज़रूरी साबित हो सकता है।
छात्रों को अपनी वित्तीय समझ को पहले मज़बूत करना चाहिए, बजट बनाना सीखना चाहिए और खर्च को कंट्रोल करना चाहिए।
स्पष्ट सलाह: कॉलेज स्टूडेंट्स को क्रेडिट कार्ड नहीं लेना चाहिए।
सिर्फ तभी लें जब आप कमाते हों, समय पर भुगतान करने की जिम्मेदारी निभा सकते हों, और अपनी खर्च की आदतों पर पूरी तरह नियंत्रण हो।